What is logical gate in hindi , लॉजिकल गेट्स- Hindivigyan

What is logical gate - लॉजिकल गेट क्या है

Logic gates

अगर हम किसी रास्ते पर बड़ी तेजी से भागते हुए जा रहे हैं और अचानक सामने सांप पड़ा हुआ दिखाई दे तो हम अचानक से उसी स्थान पर रुक जाते हैं या रास्ता बदल लेते हैं । ये हमारे दिमाग की तार्किक क्षमता यानी logic का नतीजा होता है । ठीक इसी प्रकार computer या किसी भी electronic उपकरण को विभिन्न संभावनाओं की समझ देने के लिए लॉजिक की आवश्यकता होती है जिसे हम logical gate कहते हैं ।

Logical gate computing technology का वह हिस्सा है जो कंप्यूटर को सही और गलत परिणाम की समझ देती है । अगर आप Microsoft Excel में काम कर रहे हैं तो आप किसी भी row अथवा column में किसी भी प्रकार का data input कर सकते हैं पर अगर आप किसी ऐसे Program पर काम कर रहे हैं जो सिर्फ numerical units को स्वीकार करता है उसमें आप alphabet entry नहीं कर सकते ।

यह समझ एक chipset को लॉजिक गेट से मिलती है । Boolean Algebra के अनुसार इन गेट का निर्माण एक मशीन को तर्कक्षमता प्रदान करने के लिए उपयोग किया जाता है । एकदम आसान Logic Gate electromagnetic तरंगों से और Diod से बनाया जा सकता है जो साधारण कामों को एक निश्चित प्रक्रिया में कर सकते हैं ।

परंतु इस तकनीक से सिर्फ And और Or गेट ही बनाये जा सकते हैं ।लेकिन बहुआयामी invertor gate नहीं बनाए जा सकते हैं । विद्युत परिपथ इन गेट से होकर गुजरती है परंतु ये एक खास program के अनुसार काम करते हैं और जबतक आवश्यक शर्तें पूरी नहीं कि जातीं तब तक ये Electricity को उस परिपथ से पास नहीं होने देते हैं । ज्यादातर Algorithm इसी आधार पर बने होते हैं ।

Father of the boolean algebra - बूलियन बीजगणित के जनक

बूलियन बीजगणित के निर्माता एक स्व अध्ययनित गणितज्ञ और तर्क शास्त्री थे, जिनका नाम जॉर्ज बूले ( George Boole ) था । इनका जन्म 02, नवम्बर 1815 में लिंकनशायर ( Lincolnshire ) , इंग्लैंड ( England ) में हुआ था और 08 दिसंबर 1864 को आयरलैंड ( Ireland ) के कॉर्क ( Cork ) नामक शहर में इनका देहांत हो गया था । आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण इनकी ज्यादातर शिक्षा स्वतः अध्ययन के आधार पर हुई ।

गणित विषय में पारंगत George Boole आयरलैंड के कॉर्क शहर में रहकर एक University में Professor के पद पर काम किया जहां पर रहकर इन्होंने 1858 में तर्क बीजगणित ( Logical Algebra ) का निर्माण किया जिसे Boolean Algebra का नाम दिया गया ।
जॉर्ज बूले
जॉर्ज बूले - George Boole

Types of logic gate- लॉजिक गेट के प्रकार


बूलियन बीजगणित का आधार गेट पर काम करता है । जिसे बूलियन ऑपरेटर कहा जाता है । ये बूलियन ऑपरेटर एक दरवाजे की तरह होते हैं जो सिर्फ दो परिस्थितियों में ही हो सकते हैं या तो खुले या फिर बन्द । उसी प्रकार बूलियन अलजेब्रा में दो ऑपरेटर होते हैं जो शून्य ( zero ) एवं एक ( one ) का उपयोग करते हैं । जिसमें शून्य असत्य ( false ) और एक सत्य ( true ) को दर्शाता है । यहां विद्युत के प्रवाह (Electricity Flow ) यानी गेट खुलने को 1 से और gate बन्द होने को 0 से प्रदर्शित किया जाता है । लॉजिक गेट मुख्य रूप से 3 प्रकार के होते हैं -
  1. एंड ( AND )
  2. ऑर ( OR )
  3. नॉट ( NOT )

परंतु इनकी कार्यक्षमता के सीमित होने के कारण इन्हें उपभागों में विभाजित किया गया है  ।

  1. NAND
  2. NOR
  3. XOR
  4. XNOR

WHAT IS AND GATE - एंड गेट क्या है

इस गेट में 2 स्विच होते हैं और अगर आपको किसी electronic unit को इनपुट देना है तो दोनों स्विच को ऑन करना पड़ेगा अर्थात दोनो स्विच को 1 command द्वारा निर्देशित करना पड़ेगा उदाहरण के लिए ये तस्वीर देखें ।
And गेट

What is or gate- OR गेट क्या है

हमारे आसपास की ज्यादातर मशीनें इसी गेट द्वारा संचालित होती हैं । यह गेट मात्र दो switches पर काम करता है इसमें Positive Charge पर किसी एक गेट में एक true command से हमें आउटपुट मिल जाता है । उदाहरणार्थ तस्वीर देखें ।
Or gate

WHAT IS NOT GATE - NOT गेट क्या है 

ये एक INVERTOR OUTPUT GATE  है अर्थात पिछले INPUT LOGIC GATES में आपने देखा कि ये गेट एक वैल्यू पर परिणाम 1 ही देते हैं पर यह गेट उल्टा कार्य करता है । अर्थात अगर आप logic value 1 रखते हैं तो आउटपुट 0 आता है और अगर आप input logic value 0 रखते हैं तो OUTPUT VALUE 1 होती है । इसे आप नीचे दिए गए चित्र से समझ सकते हैं ।
Not गेट

What is NOR GATE - NOR गेट क्या है

Not+OR=NOR , यह gate नॉट और ऑर गेट को मिलाकर बनता है । नॉर गेट यह नॉट गेट से ज्यादा संबंधित है यानी यह तीन input unit का होता है और तीनों में से किसी एक यूनिट पर positive energy electricity का मान होने पर परिणाम 0 होता है और सभी Input terminal पर power unit 0 होने पर परिणाम 1 होता है ।

Nor गेट

What is NAND gate- NAND गेट क्या है

NOT+AND=NAND, यह लॉजिक गेट दोनों इनपुट terminal में से एक में true logic की उपस्थिति अथवा दोनों इनपुट terminal में 0 और 0 कि उपस्थिति में सदैव परिणाम true अर्थात 1 देता है परंतु जब दोनों इनपुट यूनिट में true अर्थात 1 कमांड होता है तो ऐसी स्थिति में परिणाम अर्थात आउटपुट false अर्थात 0 आता है ।
Nand गेट

Use of logic gates- लॉजिक गेट का उपयोग


मूलरूप से लॉजिक गेट का उपयोग ट्रांजिस्टर ( transistor ), Integrated Circuits ( I.C. ), माइक्रोप्रोसेसर ( MICROPROCESSOR , CENTRAL PROCESSING UNIT ), switches आदि में किया जाता है ।